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वित्तीय समावेशन और विकास

यह कार्य वित्तीय समावेशन, वित्तीय शिक्षण को बढ़ावा देने और ग्रामीण तथा एमएसएमई क्षेत्र सहित अर्थव्यवस्था के उत्पादक क्षेत्रों के लिए ऋण उपलब्ध कराने पर नवीकृत राष्ट्रीय ध्यानकेंद्रण का सार संक्षेप में प्रस्तुत करता है।

प्रेस प्रकाशनी


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मार्च 2025 के लिए वित्तीय समावेशन सूचकांक

22 जुलाई 2025

मार्च 2025 के लिए वित्तीय समावेशन सूचकांक

भारतीय रिज़र्व बैंक ने, सरकार सहित संबंधित हितधारकों के परामर्श से, देश भर में वित्तीय समावेशन की सीमा को मापने के लिए एक सम्मिश्र वित्तीय समावेशन सूचकांक (एफआई-सूचकांक) का निर्माण किया था जिसे पहली बार मार्च 2021 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए अगस्त 2021 में प्रकाशित किया गया था।

मार्च 2025 को समाप्त वर्ष के लिए उक्त सूचकांक को संकलित किया गया है। मार्च 2025 के लिए एफ़आई-सूचकांक का मूल्य 67.0 है जबकि मार्च 2024 के लिए यह 64.2 था, जिसमें सभी उप-सूचकांकों, अर्थात, पहुंच, उपयोग और गुणवत्ता में वृद्धि देखी गई है। वित्त वर्ष 2025 में एफआई-इंडेक्स में सुधार, उपयोग और गुणवत्ता आयामों के योगदान से है, जो वित्तीय समावेशन की गहनता और निरंतर वित्तीय साक्षरता पहलों को दर्शाता है।

(पुनीत पंचोली) 
मुख्य महाप्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी: 2025-2026/759

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