विषय-वस्तु |
शीर्षक |
दिनांक |
अधिसूचना |
कंपनीगत सामाजिक उत्तरदायित्व, सतत विकास और गैर-वित्तीय रिपोर्टिंग - बैंकों की भूमिका |
20 दिसंबर, 2007 |
प्रेस प्रकाशनी |
आरबीआई नेटवर्क फॉर ग्रीनिंग द फाइनैन्शल सिस्टम का सदस्य बना |
29 अप्रैल, 2021 |
प्रेस प्रकाशनी |
भारत की वित्तीय प्रणाली के हरितकरण के समर्थन हेतु भारतीय रिज़र्व बैंक प्रतिबद्ध है – एनजीएफएस |
03 नवंबर, 2021 |
भाषण |
सुरक्षित रखने पर ध्यान दें (Heed to Heal) - जलवायु परिवर्तन उभरता वित्तीय जोखिम है (16 सितंबर 2021, गुरुवार को हरित और सतत वित्त पर CAFRAL आभासी सम्मेलन में श्री एम. राजेश्वर राव, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा दिया गया मुख्य भाषण) |
20 सितंबर, 2021 |
प्रेस प्रकाशनी |
जलवायु जोखिम और धारणीय वित्त पर चर्चा पत्र और इससे संबंधित सर्वेक्षण के परिणाम |
27 जुलाई, 2022 |
भाषण |
हरित वित्त के प्रसार में चुनौतियां और अवसर - एम राजेश्वर राव |
22 दिसंबर, 2022 |
अधिसूचना |
हरित जमाराशियों के अंगीकरण हेतु ढांचा |
11 अप्रैल, 2023 |
भाषण |
केंद्रीय बैंकिंग के लिए जलवायु संबंधी संकट - एम राजेश्वर राव |
25 जुलाई, 2023 |
प्रकाशन |
मुद्रा और वित्त संबंधी रिपोर्ट 2022-23 |
03 मई, 2023 |
भाषण |
हरित एवं स्वच्छ भारत की ओर - माइकल देवब्रत पात्र |
07 नवंबर, 2023 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न |
हरित जमाराशियों के अंगीकरण हेतु ढांचा |
29 दिसंबर, 2023 |
प्रेस प्रकाशनी |
भारतीय रिज़र्व बैंक "जलवायु से संबंधित वित्तीय जोखिमों पर प्रकटीकरण रूपरेखा, 2024 का मसौदा" पर टिप्पणियां आमंत्रित करता है |
28 फरवरी, 2024 |
प्रारूप अधिसूचनाएं/दिशानिर्देशिका |
जलवायु संबंधी वित्तीय जोखिमों पर मसौदा प्रकटीकरण ढांचा, 2024 |
28 फरवरी, 2024 |