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मुद्रा निर्गमकर्ता

रिज़र्व बैंक देश का मुख्य नोट निर्गमकर्ता प्राधिकारी है। भारत सरकार के साथ हम स्वच्छ और असली नोटों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लक्ष्य के साथ राष्ट्र की मुद्रा के डिज़ाइन, उत्पादन और समग्र प्रबंध के लिए उत्तरदायी हैं।

सूचना का अधिकार अधिनियम – प्रकटीकरण लॉग

मुद्रा प्रबंध विभाग से संबंधित सूचना

RIA NO Information Sought Reply given/Information Provided Date of Reply
RBIND/R/P/25/03779 जैसे भार की मापक कि.ग्रा. है, इसका मानक (स्टैंडर्ड) 1000 ग्राम होता है, दूरी की मापक फिट है, इसका मानक (स्टैंडर्ड) 12 इंच होता है, समय की मापक मिनट है, इसका मानक (स्टैंडर्ड) 60 सेकंड होता है, ठीक उसी प्रकार किसी वस्तु की गुणवत्ता (मूल्य) मापक "" रुपया है इसका मानक (गोल्ड स्टैंडर्ड)….. क्या होता है? इसकी शत् प्रमाणित प्रतिलिपि उपलब्ध कराएं। कृपया “भारतीय मुद्रा” पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (खंड ख- बैंकनोट, प्रश्न-2) का संदर्भ लें जो की हमारी वेबसाइट www.rbi.org.in पर निम्नलिखित लिंक के अंतर्गत उपलब्ध है:

कार्य-वार साइटें >> मुद्रा प्रबंधन >> अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न >> भारतीय मुद्रा

https://www.rbi.org.in/hindi/scripts/FS_FAQs.aspx?Id=79&fn=2747
16/09/2025
एक "" रूपया से लेकर 2000 के नोट में कौन - सा रुपया वचनबद्ध नहीं है, तथा किस पेपर करेंसी को वैध निविदा माना गया है? इसकी प्रमाणित नकल उपलब्ध कराएं। कृपया “भारतीय मुद्रा” पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (खंड क- भारतीय मुद्रा/मुद्रा प्रबंधन से जुड़ी आधारभूत जानकारी, प्रश्न-2) का संदर्भ लें जो हमारी वेबसाइट www.rbi.org.in पर निम्नलिखित लिंक के अंतर्गत उपलब्ध है:

https://www.rbi.org.in/hindi/scripts/FS_FAQs.aspx?Id=79&fn=2747


कार्य-वार साइटें >> मुद्रा प्रबंधन >> अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न >> भारतीय मुद्रा
रिजर्व बैंक किस देश का है? तथा किसके द्वारा भारत में संचालित हुआ? एवं वर्तमान में किसके द्वारा भारत में संचालित है? इसकी प्रमाणित नकल उपलब्ध कराएं। भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अनुसार 1 अप्रैल, 1935 को हुई। रिज़र्व बैंक पर भारत सरकार का पूर्ण स्वामित्व है।
भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम 1934 एवं क्वानेज एक्ट 1906 की मूलप्रति की प्रमाणित प्रतिलिपि उपलब्ध कराएं। जिसमे उक्त अधिनियम के पारित होने के पश्चात कोई संशोधन अंतर्विष्ट न किया गया हो। इस संबंध में कृपया भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 का संदर्भ लें जो की आरबीआई की वेबसाइट www.rbi.org.in > प्रकाशन > सामयिक प्रकाशन के अंतर्गत उपलब्ध है।

इस संबंध में कृपया ध्यान दे कि, भारतीय सिक्का अधिनियम, 1906 को निरस्त करके भारतीय सिक्का अधिनियम, 2011 को, जो 28 मार्च 2012 से लागू हुआ, अधिनियमित किया गया है। यह अधिनियम आरबीआई की वेबसाइट www.rbi.org.in / > Publications > Occasional के अंतर्गत उपलब्ध है।
आजाद भारत की बैंक नेताजी सुभाषचंद्र बोस स्थापित आजाद हिंद बैंक है या ब्रिटिश साम्राज्यवाद द्वारा स्थापित रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया? सूचना के रूप में दिए गए दो विकल्प में से किसी एक को चुनकर प्रमाणित सूचना उपलब्ध कराएं। प्रश्न केन्द्रीय सूचना अधिकारी से राय मांगने की प्रकृति में है, जिसे सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005, की धारा 2 (च) के अनुसार जानकारी के रूप में परिभाषित नहीं किया गया है।
रिजर्व बैंक द्वारा जारी पेपर करेंसी में किसी राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री के हस्ताक्षर न होने के क्या कारण है? प्रमाणित रूप से जवाब देवे। भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम,1934 की धारा 25 के प्रावधानों के अंतर्गत बैंकनोट के डिज़ाइन, रूप एवं सामग्री से संबंधित सभी निर्णय भारतीय रिज़र्व बैंक के केंद्रीय बोर्ड द्वारा की गयी सिफ़ारिशों पर विचार करने के पश्चात केंद्रीय सरकार द्वारा अनुमोदित किये जाते हैं।

यह अधिनियम आरबीआई की वेबसाइट www.rbi.org.in पर प्रकाशन >> सामयिक के अंतर्गत उपलब्ध है।
सन 1934 से आज दिनांक तक रिजर्व बैंक द्वारा धारण किए गए देश की मूल्यवान धातु स्वर्ण एवं देश की चल-अचल संपत्ति को भारत राज्य क्षेत्र के बाहर किसी अन्य देश या राज्य में किस उद्देश्य से जमा अथवा बंधक के रूप में रखा गया है? यदि हाँ तो जमा स्वर्ण की मात्रा, बन्धक चल-अचल संपत्ति की वर्तमान कीमत सहित उस देश या राज्य के नाम एवं उद्देश्य की प्रमाणित सूचना उपलब्ध कराएं। रिज़र्व प्रबंधन नीति के भाग और संसाधन जुटाने के एक तरीके के रूप में, जुलाई 1991 मे, रिज़र्व बैंक ने बैंक ऑफ जापान (बीओजे) और बैंक ऑफ इंग्लैंड (बीओई) के पास 46.91टन स्वर्ण गिरवी रखा और यूएसडी 405.0 मिलियन का ऋण लिया। रिज़र्व बैंक द्वारा इस ऋण का पुनर्भुगतान सितंबर से नवंबर,1991 के बीच किया गया।

(स्रोत-: आरबीआई का इतिहास खंड IV)

मार्च 2025 के अंत की स्थिति के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक के पास 879.59 मेट्रिक टन स्वर्ण है, जिसमें से 511.99 मेट्रिक टन स्वर्ण स्वदेश में रखा गया है। जबकि 348.62 मेट्रिक टन स्वर्ण विदेश में बैंक ऑफ इंग्लैंड तथा अंतरराष्ट्रीय निपटान बैंक (बीआईएस) की सुरक्षित अभिरक्षा में रखा गया है, 18.98 मेट्रिक टन स्वर्ण जमा के रूप में है।

स्रोत- विदेशी मुद्रा भंडार प्रबंधन पर अर्धवार्षिक रिपोर्ट: अक्तूबर 2024 – मार्च 2025

https://rbidocs.rbi.org.in/rdocs/Publications/PDFs/
HALFYEARLY050520254008A5C03AB34D3FA1C55448002FE674.PDF
आपके मातहत बैंक / फाइनेंस कंपनी द्वारा जिस रूपये से लेन-देन किया जा रहा है। उस "" रूपये का धातु मानक स्टैंडर्ड क्या है? धातु मानक स्टैंडर्ड का उल्लेख करते हुए "" रूपया का विधिक दस्तावेज उपलब्ध कराएं। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी बैंक नोट भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अंतर्गत जारी किए जाते है।

यह अधिनियम आरबीआई की वेबसाइट www.rbi.org.in पर प्रकाशन > सामयिक प्रकाशन के अंतर्गत उपलब्ध है।

वर्तमान में भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 और सिक्का अधिनियम, 2011 के अंतर्गत बैंक नोटों और सिक्कों को जारी किया जाता है। इन अधिनियमों के प्रावधान रुपये/सिक्के के किसी मानक मूल्य का उल्लेख नहीं करते हैं। कागजी मुद्रा और सिक्कों से संबंधित पूर्ववर्ती वैधानिक प्रावधानों को निरस्त कर दिया गया है।

इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 26 के अनुसार, प्रत्येक बैंक नोट भारत में किसी भी स्थान पर उसमें व्यक्त राशि के भुगतान या उक्त राशि के लिए कानूनी निविदा होगा और केंद्र सरकार द्वारा इसकी गारंटी दी जाएगी।
रिजर्व बैंक स्थापना दिनांक को पेपर करेंसी में अंकित प्रति "" रूपया का धातु मानक क्या था? एवं आज दिनांक में "" रूपया का धातु मानक क्या है? भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी बैंकनोट भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अंतर्गत जारी किए जाते है।

यह अधिनियम आरबीआई की वेबसाइट www.rbi.org.in पर प्रकाशन > सामयिक प्रकाशन के अंतर्गत निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है।

https://www.rbi.org.in/hindi/Scripts/PublicationRBIAct.aspx

इसके अतिरिक्त, “भारतीय मुद्रा” पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (खंड ख- बैंकनोट, प्रश्न 1 और 2) का संदर्भ लें, जो की आरबीआई की वेबसाइट www.rbi.org.in पर निम्नलिखित लिंक के अंतर्गत उपलब्ध है:

कार्य-वार साइटें >> मुद्रा प्रबंधन >> अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न >> भारतीय मुद्रा

https://www.rbi.org.in/hindi/scripts/FS_FAQs.aspx?Id=79&fn=2747
रिजर्व बैंक द्वारा जारी पेपर करेंसी के अनुसार भारत की जनता को कर्ज वितरण करने वाली सरकारी, अर्धसरकारी बैंकों या फाइनेंस कम्पनियों का आज दिनांक तक भारत की जनता पर ब्याज सहित कूल कर्ज कितना है? प्रश्न स्पष्ट नहीं है।
रिजर्व बैंक द्वारा संचालित कुल नगद पेपर करेंसी भारत की जनता के बीच कितनी चलन में हैं? कुल चलन सार पेपर करेंसी की "" रूपये में प्रमाणित जानकारी उपलब्ध कराएं। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा संचलन में जारी बैंकनोट की मूल्यवर्गवार आंकड़ों की जानकारी, भारतीय रिजर्व बैंक की "मुद्रा डाटा” में साप्ताहिक रूप से प्रकाशित होती है, जिसे भारतीय रिजर्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in के अंतर्गत निम्नलिखित पथ या हायपरलिंक का उपयोग करते हुए प्राप्त किया जा सकता हैं।
  • पथ
www.rbi.org.in>> कार्य-वार साइटें >> मुद्रा प्रबंधन >> मुद्रा डाटा >> संचलनगत बैंक नोट >> HISTORICAL DATA >> वर्ष, माह और दिवस चुनिए
  • लिंक
https://rbi.org.in/hindi/Scripts/BS_CurrencyCirculationExtractDetails.aspx
रिजर्व बैंक द्वारा संचालित पेपर करेंसी में "" रूपये उपलब्ध कराने के वचन अनुसार धारक को जो "" रूपया उपलब्ध कराया जाएगा। उस "" रूपए कीछायाप्रति उपलब्ध कराएं। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी बैंक नोट भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अंतर्गत जारी किए जाते है।

यह अधिनियम हमारी वैबसाइट www.rbi.org.in पर प्रकाशन > सामयिक प्रकाशन के अंतर्गत उपलब्ध है।
रिजर्व बैंक द्वारा संचालित पेपर करेंसी में "" रूपये उपलब्ध कराने के वचन अनुसार धारक को जो "" रूपया उपलब्ध कराया जाएगा। उस "" रूपये की छायाप्रति उपलब्ध कराएं। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी बैंक नोट भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अंतर्गत जारी किए जाते है।

यह अधिनियम आरबीआई की वेबसाइट www.rbi.org.in पर प्रकाशन > सामयिक प्रकाशन के अंतर्गत उपलब्ध है।

https://www.rbi.org.in/hindi/Scripts/PublicationRBIAct.aspx


वर्तमान में भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 और सिक्का अधिनियम, 2011 के अंतर्गत बैंक नोटों और सिक्कों को जारी किया जाता है। इन अधिनियमों के प्रावधान रुपये/सिक्के के किसी मानक मूल्य का उल्लेख नहीं करते हैं। कागजी मुद्रा और सिक्कों से संबंधित पूर्ववर्ती वैधानिक प्रावधानों को निरस्त कर दिया गया है।

इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 26 के अनुसार, प्रत्येक बैंक नोट भारत में किसी भी स्थान पर उसमें व्यक्त राशि के भुगतान या उक्त राशि के लिए कानूनी निविदा होगा और केंद्र सरकार द्वारा इसकी गारंटी दी जाएगी।

इसके अतिरिक्त, “भारतीय मुद्रा” पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (खंड ख- बैंकनोट, प्रश्न 1 और 2) का संदर्भ लें, जो की आरबीआई की वेबसाइट www.rbi.org.in पर निम्नलिखित लिंक के अंतर्गत उपलब्ध है:

कार्य-वार साइटें >> मुद्रा प्रबंधन >> अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न >> भारतीय मुद्रा

https://www.rbi.org.in/hindi/scripts/FS_FAQs.aspx?fn=2747
क्या रिजर्व बैंक के कूटकरण रुपए से लेन-देन करना अपराध है? भारत के वैध रूपए के मानक “सिक्का अधिनियम 1906” के मानक अनुसार लेन-देन करना अपराध है?। प्रमाणित जानकारी उपलब्ध कराएं। प्रश्न स्पष्ट नहीं है।
रिजर्व बैंक / फाइनेंस कंपनी द्वारा वितरण किए गए कर्ज की मूल धनराशि कितनी है एवं आपके रिजर्व बैंक / फाइनेंस कंपनी का जनता पर बकाया कितना है "" रूपए में उल्लेख करते हुए प्रमाणित जानकारी उपलब्ध कराएं। माँगी हुई सूचना हमारे पास उपलब्ध नहीं हैं।
RBIND/R/P/25/03520 यह है कि जिस विदेशी मुद्रा को भारत की विदेशी मुद्रा भंडार के रूप में रिजर्व बैंक रखती है वह विदेशी मुद्रा डालर एवं पौण्ड आदि की वैध निविदा (लीगल) टेंडर है? यदि हों तो उसके नियम / आदेश / संकल्प की अभि प्रमाणित प्रति छायाप्रति के रूप में उपलब्ध करावे। प्रश्न स्पष्ट नहीं है। 05/09/2025
जिस नियम, आदेश व संकल्प के आधार पर व्यावसायिक बैंक अपनी भूमि के रहते हुए भी लीज व किराए की भूमि में रहकर वांछित कार्यो को करती है उस नियम, आदेश व संकल्प की अभी प्रमाणित छायाप्रति के रूप में उपलब्ध करवाए। इस संबंध मे RBI ने कोई विशिष्ट निर्देश जारी नही किए है।

तथापि, आवेदक निम्न का सन्दर्भ ले,
  1. 01 जुलाई 2014 को जारी मास्टर परिपत्र “बैंककारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधि‍करण” के पैरा 10 “परिसरों का अधिग्रहण”, जो www.rbi.org.in पर अधिसूचनाएं लिंक पर उपलब्ध है।

  2. 30 अप्रैल 2015 को जारी परिपत्र “वाणिज्‍यिक बैंकों द्वारा अपने उपयोग (अर्थात कार्यालय एवं कर्मचारियों के निवास) के लिए पट्टा/किराए के आधार पर मकान लेना – दिशानिर्देशों को उदार बनाया जाना” के पैरा 3, जो www.rbi.org.in पर अधिसूचनाएं लिंक पर उपलब्ध है।

यह है कि वर्तमान में बैंक नोटो का निर्गमन प्रतिभूमि रखकर किया जाता है? यदि हां तो कौनसी प्रतिभूमि व कितनी मात्रा प्रति रूपये पर रखी जाती है उस नियम / आदेश /संकल्प की अभि प्रमाणित प्रति छायाप्रति के रूप में उपलब्ध करवाए।

यह है कि क्या ब्याज का रूपया वैध रूपया है? यदि हां तो ब्याज के रूपये को वैध बताने वाले नियम /आदेश / संकल्प / वैध निविदा (लीगल टैन्डर) मानक की अभि प्रमाणित प्रति छायाप्रति के रूप में उपलब्ध करवाए।
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी बैंकनोट भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अंतर्गत जारी किए जाते है।

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए गए नोटों के एवज में रखी जाने वाली परिसंपत्तियों को भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 33 में परिभाषित किया गया है।

यह अधिनियम हमारी वेबसाइट www.rbi.org.in पर प्रकाशन > सामयिक प्रकाशन के अंतर्गत निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है।

https://www.rbi.org.in/hindi/Scripts/PublicationRBIAct.aspx


इसके अतिरिक्त, जारी किए गए नोटों के समर्थन के रूप में रखी गयी परिसंपत्तियों का विवरण आरबीआई की वार्षिक रिपोर्ट 2024-2025 के लिए रिज़र्व बैंक का लेखा में दिया गया है, जो हमारी वेबसाइट www.rbi.org.in पर नीचे दिए गए लिंक पर उपलब्ध है।

https://www.rbi.org.in/hindi1/Upload/Publications/PDFs/
HINANNUALREPORT2905202501142BB5847840999F1DB8043624BD5D.PDF


मांगी गई जानकारी एक राय है, जो सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 की धारा 2(f) के तहत सूचना नहीं है।
यह है कि यदि कोई व्यक्ति या प्रार्थी सोने चांदी के सिक्के (रूपये) बैंक में जमा करें तो प्रार्थी (जमानतकर्ता) के खाते में उस सोने चांदी के सिक्के पर अंकित मूल्य के जमा किया जाएगा या सोने चांदी के बाजार मूल्य (भाव) के अनुसार जमा अंकित किया जाएगा सूचना के रूप में स्पष्ट करें। प्रश्न स्पष्ट नहीं है।
उपरोक्त अनुसार ठीक इसी तरह व्यावसायिक बैंको के बैंक भारतीय रिजर्व बैंक के स्थायित्व एवं वांछित कार्यों के सम्बंध में जिस तरह व्यावसायिक बैंक भारत में लीज या किराये की भूमि में रहकर वांछित कार्यों को करते है ठीक उसी प्रकार का क्या रिजर्व बैंक भी अपनी भूमि होते हुए भी लीज या किराये पर रहकर वांछित कार्यो का संचालन करती है? यदि हां तो उसके नियम, आदेश व संकल्प की अभी प्रमाणित प्रति छायाप्रति के रूप में उपलब्ध करवाये। मौजूदा बैंक मानदंडों के अनुसार, किसी भी राज्य में शुरुआत में कार्यालय पट्टे के परिसर में खोले जाते हैं और कार्यालय परिसर एवं आवासीय भवनों के निर्माण के लिए भूमि आवंटित करने हेतु बैंक, राज्य सरकार से संपर्क करता है। राज्य सरकार द्वारा भूमि आबंटित किए जाने के पश्‍चात कार्यालय निर्माण की योजना आरंभ की जाती है।
RBIND/R/P/25/03777 हम भारत गणराज्य के सभी भारतवासी एवं REPUBLIC OF INDIA के "भारत सरकार" को GOVERNMENT OF INDIA, UNION OF INDIA, UNION OF INDIA नाम से जानते है। मेरे पास "भारतीय रिजर्व बैंक" द्वारा संचालित "रू" पाँच सौ 500 रूपये का पेपर करेंसी नोट जिसका क्रम संख्या ……………….. में लिखा हुआ है। कि "GUARANTEED BY THE CENTRAL GOVERNMENT" उपरोक्त सिरीज के नोटो का GUARANTEE “RBI” को कब प्राप्त हुआ उसका GUARANTEE पत्र उपलब्ध कराये। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी बैंकनोट भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अंतर्गत जारी किए जाते है।

भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के धारा 26(1) के अनुसार धारा 26(2) के उपबंधों के अधीन रहते हुए प्रत्येक बैंक-नोट [भारत] में किसी भी स्थान पर उसमें अभिव्यक्त राशि की आदायगी में या लेखे वैध निविदा होगा और [केंद्रीय सरकार] द्वारा प्रत्याभूत होगा।

यह अधिनियम आरबीआई की वेबसाइट www.rbi.org.in पर प्रकाशन > सामयिक प्रकाशन के अंतर्गत निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है।

https://www.rbi.org.in/hindi/Scripts/PublicationRBIAct.aspx
16/09/2025
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा "रू" पाँच सौ 500 रूपये का पेपर करेंसी नोट जिसका क्रम संख्या 5QL 035665 में वचन अनुसार जो रूपया उपलब्ध कराने का बात है वह कब एवं कहाँ मुझे प्राप्त होगा? उसका जानकारी दे जिससे मैं अपना उपरोक्त "रू" पाँच सौ रूपये के नोट को जमा कर धातु (Gold Standard) मानक "रू" रुपया प्राप्त कर सकूँ। वर्तमान में भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 और सिक्का अधिनियम, 2011 के अंतर्गत बैंक नोटों और सिक्कों को जारी किया जाता है। इन अधिनियमों के प्रावधान रुपये/सिक्के के किसी मानक मूल्य का उल्लेख नहीं करते हैं। कागजी मुद्रा और सिक्कों से संबंधित पूर्ववर्ती वैधानिक प्रावधानों को निरस्त कर दिया गया है।

इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 26 के अनुसार, प्रत्येक बैंक नोट भारत में किसी भी स्थान पर उसमें व्यक्त राशि के भुगतान या उक्त राशि के लिए कानूनी निविदा होगा और केंद्र सरकार द्वारा इसकी गारंटी दी जाएगी।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा “रू“ पाँच सौ 500 रूपया का पेपर करेंसी नोट जिनका क्रम 5QL 035665 में GUARANTEE लेने वाला "THE CENTRAL GOVERNMENT" कौन है? ऑफिस कहां पर स्थित है? एवं उसका प्रभार अधिकारी कौन है? उसका 100% प्रमाण दस्तावेज उपलब्ध कराए। प्रश्न स्पष्ट नहीं है।
RBIND/R/P/25/02528 जिस सिक्के के बदले पेपर करंसी जारी किया जा रहा है। उस सिक्के की अधिकृत प्रति उपलब्ध करावे। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी बैंकनोट भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अंतर्गत जारी किए जाते है।

यह अधिनियम आरबीआई की वेबसाइट www.rbi.org.in पर प्रकाशन > सामयिक प्रकाशन के अंतर्गत निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है।

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14/07/2025
R.B.I. की प्रत्येक पत्र मुद्रा (2, 5, 10, 20, 50, 100, 200, 500, 2000 के करेन्सी नोट/ (बैंक नोट) अर्थात बचन पत्र में गर्वनर द्वारा मैं धारक को रूपये अदा करने का वचन देता हूं, उस बचन के मूल्य, मानक का विधिक प्रमाण प्रति देवें।
R.B.I. द्वारा जारी प्रत्येक पत्र मुद्रा, अर्थात बचन पत्र का केन्द्रीय सरकार द्वारा प्रत्याभूत, (Guaranteed By The Central Gwyernment) का उल्लेख है। उस प्रत्याभूत की प्रमाणित प्रति देवें।
RBIND/R/P/25/02382 निवेदन है कि प्रार्थी नागुलाल पिता दयाराम आपके बैंक का ग्राहक है। जिसका खाता नंबर 100203650542 में है। भारत सरकार द्वारा चलन में 500/- रूपए के एक नोट प्रार्थी के पास है, जिस पर बैंक नोट क्रम संख्या (नोट नंबर) - 6M0015201 अंकित है, जिसे गवर्नर के वचन खंड के अनुसार एवम भारतीय पेपर करेंसी एक्ट-1882 और भारतीय सिक्का अधिनियम 1906 के मानक (गोल्ड स्टैंडर्ड) के अनुसार भारतीय वैध रूपया प्राप्त करना चाहता है, बदले में 500/- के बैंक नोट (करेंसी नोट) नहीं चाहता है।

अतः श्रीमान से प्रार्थना है कि प्रार्थी को भारतीय सिक्का अधिनियम-1906 जो रूपए का वैध निविदा (लीगल टेंडर) और भारतीय पेपर करेंसी एक्ट-1882 के तहत जो पेपर करेंसी नोटों का वैध निविदा (लीगल टेंडर) है, स्वर्णमान (मानक) के अनुसार उपरोक्त 500/- रूपए के बैक-नोट को भारतीय वैध रूपए में बदलकर भुगतान करने की कृपा करे।
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी बैंकनोट भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अंतर्गत जारी किए जाते है।

यह अधिनियम हमारी वेबसाइट www.rbi.org.in पर प्रकाशन > सामयिक प्रकाशन के अंतर्गत निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है।

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26/06/2025
RBIND/R/P/25/03789 महोदय, कृपीया करके मुझे मेरे देश की मृद्रा का एक रुपेये का मानांक स्टेन्डड बताऐ। कृपया ‘भारतीय मुद्रा’ पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (खंड ख- बैंकनोट, प्रश्न 2) का संदर्भ लें, जोकि आरबीआई की वेबसाइट https://www.rbi.org.in/ पर निम्नलिखित लिंक के अंतर्गत उपलब्ध है।

कार्य-वार >> मुद्रा प्रबंधन >> अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न >> भारतीय मुद्रा

https://www.rbi.org.in/hindi/scripts/FS_FAQs.aspx?Id=79&fn=2747
15/09/2025
बेन्क कौन सी मृद्रा मे कर्ज देता है ऐ बता दिजी ऐ। प्रश्न स्पष्ट नहीं है।

2. तथापि, वैध मुद्रा की परिभाषा जानने के लिए कृपया ‘भारतीय मुद्रा’ पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (खंड क- भारतीय मुद्रा/मुद्रा प्रबंधन से जुड़ी आधारभूत जानकारी, प्रश्न 2) का संदर्भ लें, जोकि आरबीआई की वेबसाइट https://www.rbi.org.in/ पर निम्नलिखित लिंक के अंतर्गत उपलब्ध है।

कार्य-वार >> मुद्रा प्रबंधन >> अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न >> भारतीय मुद्रा

https://www.rbi.org.in/hindi/scripts/FS_FAQs.aspx?Id=79&fn=2747

3. यह सूचित है की क्रेडिट से संबंधित मुद्दे ज्यादातर अविनियमित हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने विनियमित संस्थाओं को सूचित किया है कि वे निवेश नीति, ऋण नीति, ऋण वसूली नीति आदि के दस्तावेज तैयार करें और उनके निदेशक मंडल द्वारा विधिवत जांच करें। विनियमित संस्थाओं को बोर्ड द्वारा अनुमोदित नीतियों और व्यापक विनियामक दिशानिर्देशों के साथ-साथ वैधानिक प्रावधानों के आधार पर ऋण संबंधी निर्णय लेने की आवश्यकता होती है।
RBIND/R/P/25/03217 वर्तमान समय में एक रुपये के कितने मानक मूल्य (स्टेडर्ड) क्या है। श्रीमान जी से प्रथना है की RBI की वेवसाईड पर ईस स्वाल को ना छोडे कृप्या लिखित रूप में प्रमाणित प्रतीलिपि उपलब्ध कराने की कृपया करे धन्यवाद वर्तमान में भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 और सिक्का अधिनियम, 2011 के अंतर्गत बैंक नोटों और सिक्कों को जारी किया जाता है। इन अधिनियमों के प्रावधान रुपये/ सिक्के के किसी मानक मूल्य का उल्लेख नहीं करते है। कागजी मुद्रा और सिक्कों से संबन्धित पूर्ववर्ती वैधानिक प्रावधानों को निरस्त कर दिया गया है। 25/08/2025
RBIND/R/P/25/02360 आप श्रीमान् जी जिस सम्राट (Ruller) द्वारा प्राधिकृत किये गये हैं। उस सम्राट का नाम बताएं? प्रश्न स्पष्ट नहीं है। 02/07/2025
आप श्रीमान जी जिस सम्राट द्वारा प्राधिकृत किये गये हैं उस सम्राट द्वारा जारि भारतीय सिक्का मानक (Standerd) की सत्य प्रतिलिप उपलब्ध करायें? क्योंकि सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न शक्ति के प्राधिकार द्वारा जारि सिक्का ही सम्राट का निशानी होता है। प्रश्न स्पष्ट नहीं है।
श्रीमान् जी आपने जो रूपये लोन के रूप में प्रार्थी / प्रार्थिनी को प्रदान कराया है, उस रूपये का मानक मूल्य स्टैण्डर्ड तथा क्रय शक्ति की प्रमाणित छायाप्रति प्रार्थी / प्रार्थिनी को उपलब्ध करायें। प्रश्न स्पष्ट नहीं है।

तथापि, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी बैंक नोट भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अंतर्गत जारी किए जाते है।

यह अधिनियम आरबीआई की वेबसाइट www.rbi.org.in पर प्रकाशन > सामयिक प्रकाशन के अंतर्गत उपलब्ध है।

https://www.rbi.org.in/hindi/Scripts/PublicationRBIAct.aspx
क्या रिजर्व बैंक को आप भारतीय बैंक मानते हैं, यदि हाँ तो स्वतंत्र भारत के अन्तर्गत रिजर्व बैंक की स्थापना व मान्यता प्रदान करने वाले शासक सम्राट (Ruller) की फोटो आई.डी. कि प्रमाणित छायाप्रति उपलब्ध कराये तथा रिजर्व बैंक की स्थापना दिवस दिनांक वर्ष एक्ट और अपनी भर्ती नियुक्ति करने वाले शासक सम्राट (Ruller) की प्रमाणित फोटो आई.डी. वैघ विधिक की प्रक्रिया की प्रमाणित प्रति भी उपलब्ध करावें। भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना 1 अप्रैल, 1935 को भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अनुसार की गई थी।

रिज़र्व बैंक का केंद्रीय कार्यालय आरंभ में कोलकाता में स्थापित किया गया था, किन्तु 1937 में इसे स्थायी रूप से मुंबई में स्थानांतरित कर दिया गया। केंद्रीय कार्यालय वह स्थान है जहाँ गवर्नर बैठते हैं और जहाँ नीतियां बनाई जाती हैं।

हालांकि मूल रूप से निजी स्वामित्व में, किन्तु 1949 में राष्ट्रीयकरण के बाद से, रिज़र्व बैंक पूरी तरह से भारत सरकार के स्वामित्व में है।

इस संबंध में और अधिक ब्यौरे भारतीय रिजर्व बैंक के इतिहास खंड-I में उपलब्ध हैं, जो सार्वजनिक डोमेन में निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है https://rbidocs.rbi.org.in/rdocs/content/PDFs/89630.pdf

(विशेष रूप से, अध्याय 4 और इससे पहले के अध्यायों को देखा जा सकता है)।

आरबीआई अधिनियम, 1934 का नवीनतम संस्करण भी आरबीआई की वेबसाइट पर रखा गया है और इसे यहां से प्राप्त किया जा सकता है:


https://www.rbi.org.in/hindi/Scripts/PublicationRBIAct.aspx
क्या प्रार्थी / प्रार्थिनी को श्रीमान् जी के द्वारा भारतीय रूपया प्रदान किया गया है, यदि हाँ? तो भारतीय रूपया वास्तविक मुद्रा (भारतीय सिक्का) जिसकी प्रमाणित छायाप्रति व विधिक दस्तावेज उपलब्ध करायें। प्रश्न केन्द्रीय सूचना अधिकारी से राय मांगने की प्रकृति में है, जिसे सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005, की धारा 2 (च) के अनुसार जानकारी के रूप में परिभाषित नहीं किया गया है।
प्रार्थी/प्रार्थिनी को ऋण के रूप में जो पेपर करेन्सी प्रदान किया गया वह अपने में कुछ नहीं है। क्योंकि प्रत्येक पेपर करेन्सी पर रूपया अदा करने का गवर्नर का वचन तथा केंन्द्र सरकार द्वारा गारण्टी दिया गया है। इसलिए प्रत्येक पेपर करेन्सी 2, 5, 10, 20, 50, 100, 200, 500 इत्यादि जिसमें रूपये का मूल्य (वैलू) मानक (स्टैण्डर्ड) धातु यूनिट संचालक व नियंत्रक विधिक दस्तावेज उपलब्ध करायें। इस संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 का संदर्भ लें। यह अधिनियम आरबीआई की वेबसाइट www.rbi.org.in > प्रकाशन > सामयिक प्रकाशन के अंतर्गत उपलब्ध है।
रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया की पेपर करेन्सी जिससे आप प्रतिदिन लेन-देन करते कराते है, क्या आप उस रूपये को वैध मानते हैं? हाँ या ना में सूचना प्रदान करें। यदि हाँ तो रूपये की वैध प्रमाणित छायाप्रति उपलब्ध करावे। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी बैंक नोट भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अंतर्गत जारी किए जाते है। यह अधिनियम आरबीआई की वेबसाइट www.rbi.org.in > प्रकाशन > सामयिक प्रकाशन के अंतर्गत उपलब्ध है।
आर.बी.आई. के अनुसार पेपर करेन्सी (रूपया) सोने का लीगल टेण्डर है। अतः प्रार्थी का कुल ऋण व्याज समेत कितने ग्राम/किलो सोने के बराबर है? भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी बैंक नोट भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अंतर्गत जारी किए जाते है। यह अधिनियम आरबीआई की वेबसाइट www.rbi.org.in > प्रकाशन > सामयिक प्रकाशन के अंतर्गत उपलब्ध है।
बैंक एकाउण्ट खुलने में या किस्तों में प्रार्थी ने जो भी रूपया श्रम व गेहूँ, धान गन्ना इत्यादि बेचकर जमा किया। वह भारतीय रूपया जो कितने ग्राम्/किलो सोने के बराबर है। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी बैंक नोट भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अंतर्गत जारी किए जाते है। यह अधिनियम आरबीआई की वेबसाइट www.rbi.org.in > प्रकाशन > सामयिक प्रकाशन के अंतर्गत उपलब्ध है।
प्रार्थी को ऋण के रूप में जो पेपर करेन्सी प्रदान किया गया यह भारतीय रूपया था या विदेशी रूपया (पत्र मुद्रा)। यदि भारतीय रूपया था तो भारतीय क्वाइनेज एक्ट 1906 के अनुसार (इण्डियन क्याइनेज एक्ट पेपर करेन्सी एक्ट 1899 (22 ऑफ) व्हिय मेड गोल्ड लीगल टेण्डर) 1906 क्वाइनेज एक्ट रूपया (सिक्का) की क्रयशक्ति 777.8 मि.ग्रा. गोल्ड है।

यह कि आर.बी.आई. एक्ट 1934 की धारा-69 के अनुसार दी गयी व्यवस्था अन्तर्गत एक रूपया बराबर 8.47512 ग्रीन थ्योरी) यानी 551 मि.ग्रा. सोना है।


स्वतंत्र भारत में स्वयंभू शासक सम्राट सरकार के नेता व आजाद हिन्द सरकार फौज के नायक नेता व मंत्री एवं प्रधानमंत्री तथा आजाद हिन्द बैंक के संस्थापक (5 अप्रैल 1944 को स्थापित किया), (दैनिक जागरण 01 जून 2015 के अनुसार 10 देशों से समर्थन प्राप्त है, वर्मा, कोरिया, जर्मनी, नानकिंग (वर्तमान-चीन), मंचूको, इटली, थाईलैण्ड, फिलीपिंस, आयरलैण्ड, वर्गीज लॉ आयरलैण्ड, वर्मीज लॉ द्वारा रजिस्टर्ड जिसके एक रूपये बराबर 972 मि.ग्रा. सोना है। जो भारतीय सिक्का से विधिक सैधान्तिक मूल्य है। जो कामर्सियल आर्गनाइजेशन है, स्टेट नहीं है। जिसका फार्मूला Principal (Determination not to borrow loans as it may the destroy economic future of the country) जिससे लेन-देन करना, कराना संप्रभुता की रक्षा-सुरक्षा आर्थिक आजादी देश भक्ति लोक तंत्र की रक्षा, शहीदों की अन्तिम इच्छा, मंहगाई का एक विकल्प मौलिक कर्तव्य अनुपालन विधिक बाध्यता है।

कृपया स्पष्ट करें कि क, ख, ग तीनों बिन्दुओं में से किससे लेन-देन करवाना स्पष्ट करें।
यह सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 की धारा 2 (च) के अंतर्गत सूचना नहीं हैं।

कोई भी सूचना माँगी नहीं गई है।


यह सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 की धारा 2 (च) के अंतर्गत सूचना नहीं हैं।

प्रश्न स्पष्ट नहीं है।
प्रार्थी को ऋण के रूप में जो पेपर करेन्सी प्रदान किया गया यह भारतीय रूपया था या विदेशी रूपया (पत्र मुद्रा)। यदि भारतीय रूपया था तो भारतीय क्वाइनेज एक्ट 1906 के अनुसार (इण्डियन क्याइनेज एक्ट पेपर करेन्सी एक्ट 1899 (22 ऑफ) व्हिय मेड गोल्ड लीगल टेण्डर) 1906 क्वाइनेज एक्ट रूपया (सिक्का) की क्रयशक्ति 777.8 मि.ग्रा. गोल्ड है।

यह कि आर.बी.आई. एक्ट 1934 की धारा-69 के अनुसार दी गयी व्यवस्था अन्तर्गत एक रूपया बराबर 8.47512 ग्रीन थ्योरी) यानी 551 मि.ग्रा. सोना है।

स्वतंत्र भारत में स्वयंभू शासक सम्राट सरकार के नेता व आजाद हिन्द सरकार फौज के नायक नेता व मंत्री एवं प्रधानमंत्री तथा आजाद हिन्द बैंक के संस्थापक (5 अप्रैल 1944 को स्थापित किया), (दैनिक जागरण 01 जून 2015 के अनुसार 10 देशों से समर्थन प्राप्त है, वर्मा, कोरिया, जर्मनी, नानकिंग (वर्तमान-चीन), मंचूको, इटली, थाईलैण्ड, फिलीपिंस, आयरलैण्ड, वर्गीज लॉ आयरलैण्ड, वर्मीज लॉ द्वारा रजिस्टर्ड जिसके एक रूपये बराबर 972 मि.ग्रा. सोना है। जो भारतीय सिक्का से विधिक सैधान्तिक मूल्य है। जो कामर्सियल आर्गनाइजेशन है, स्टेट नहीं है। जिसका फार्मूला Principal (Determination not to borrow loans as it may the destroy economic future of the country) जिससे लेन-देन करना, कराना संप्रभुता की रक्षा-सुरक्षा आर्थिक आजादी देश भक्ति लोक तंत्र की रक्षा, शहीदों की अन्तिम इच्छा, मंहगाई का एक विकल्प मौलिक कर्तव्य अनुपालन विधिक बाध्यता है।

कृपया स्पष्ट करें कि क, ख, ग तीनों बिन्दुओं में से किससे लेन-देन करवाना स्पष्ट करें।
यह सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 की धारा 2 (च) के अंतर्गत सूचना नहीं हैं।

कोई भी सूचना माँगी नहीं गई है।

यह सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 की धारा 2 (च) के अंतर्गत सूचना नहीं हैं।

प्रश्न स्पष्ट नहीं है।
प्रार्थी/प्रार्थिनी के उक्त खाते में जमा की गयी सम्पूर्ण धनराशि के बावत वर्तमान (करेन्ट स्टेटस्) उपलब्ध करा देवे जिससे प्रार्थी / प्रार्थिनी अपने जमा किये गये रूपये का समायोजन कर सके। क्योंकि प्रार्थी / प्रार्थिनी ने जो भी हिस्से के रूप में या जो किस्त पेपर करेन्सी (रूपया) जमा किया, वह अपना श्रम्, धान, गेहूँ, गन्ना बेचकर भारतीय रूपया जमा किया है। अतः प्रार्थी/प्रार्थिनी का ज्यादा रूपया जमा हो गया है। जिसे श्रीमान् जी प्रार्थी/प्रार्थिनी को कैश में दे करके क्या बन्धन मुक्त होना चाहेंगे यदि हाँ? तो दिनांक बतायें। प्रश्न स्पष्ट नहीं है।
आर्टिकल 51 के अनुसार संप्रभुत्ता की रक्षा करना प्रत्येक नागरिक का मौलिक कर्तव्य एवं विधिक बाध्यता है। प्रार्थी / प्रार्थिनी भारतीय नागरिक होने के नाते अपने मौलिक कर्तव्यों का अनुपालन करेंया न करें तो कैसे? कृपया स्पष्ट करें। माँगी गई सूचना हमारे पास उपलब्ध नहीं है।
क्या आपको स्वतंत्र भारत के किसी शासक सम्राट एवं वैध विधिक विधि द्वारा आई.पी.सी. 1860 एवीडेन्स एक्ट 1872 सी.आर.पी.सी. एक्ट अन्तर्गत स्वतंत्र भारत की जनता लोक शासक रूलर को करावास दण्ड वारण्ट कुर्की नीलामी जेल भेजवाना रिजर्व बैंक को रूपये से अर्थदण्ड वसूली जुर्माना आदि देने की आपको मान्यता प्राप्त है, यदि हाँ? तो उस शासक सम्राट रूलर की प्रमाणित फोटो आई.डी. एवं वैधविधि की प्रमाणित प्रति उपलब्ध करावें। माँगी गई सूचना हमारे पास उपलब्ध नहीं है।
श्रीमान् के द्वारा प्रार्थी / प्रार्थिनी को ऋण के रूप में प्रदान की गयी पेपर करेन्सी जिसमें 1 रूपया बराबर अधिकतम मूल्य पूर्व से घटते-घटते (चीटिंग) एक माचिस शेष रह गया जबकि रूपया का कूटकरण करना व कराना तथा कुटकृत करेन्सी से लेन-देन करना व कराना भारतीय दण्ड संहिता 1860 अध्याय 18 धारा-489 क, ख, ग, घ, ङ में संज्ञेय अपराध एवं आजीवन कारावास की सजा है।

कृपया स्पष्ट करें कि क्या धारा 489 का पालन करेंगे यदि हाँ? तो प्रार्थी/प्रार्थिनी द्वारा जमा हो गया ज्यादा रूपया जिसे प्रार्थी / प्रार्थिनी को एकाउंट में जमा करके आप अपराध मुक्त होना चाहेंगे या देशद्रोही आजीवन कारावास की सजा चाहेंगे। कृपया स्पष्ट करें।

प्रश्न स्पष्ट नहीं है।
वर्तमान समय में एक रुपये का मानक मूल्य धातु यूनिट स्टैण्डर्ड क्या है? वर्तमान में भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 और सिक्का अधिनियम, 2011 के अंतर्गत बैंक नोटों और सिक्कों को जारी किया जाता है। इन अधिनियमों के प्रावधान रुपये/ सिक्के के किसी मानक मूल्य का उल्लेख नहीं करते है। कागजी मुद्रा और सिक्कों से संबन्धित पूर्ववर्ती वैधानिक प्रावधानों को निरस्त कर दिया गया है।
आपका फ़ाइनेंस कम्पनी कुल कितने रुपया भारत में लोन किया है? और वर्तमान समय में कितने रुपये का सम्पूर्ण कर्ज भारत के नागरिकों पर है? माँगी गई सूचना हमारे पास उपलब्ध नहीं है।

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