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भारतीय रिज़र्व बैंक और बैंक ऑफ मॉरीशस ने द्विपक्षीय लेनदेन के लिए स्थानीय मुद्राओं के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

18 मार्च 2025

भारतीय रिज़र्व बैंक और बैंक ऑफ मॉरीशस ने द्विपक्षीय लेनदेन के लिए स्थानीय मुद्राओं के उपयोग को
बढ़ावा देने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) और बैंक ऑफ़ मॉरीशस (बीओएम) ने सीमापारीय लेन-देन के लिए स्थानीय मुद्राओं, अर्थात भारतीय रुपया (आईएनआर) और मॉरीशस रुपया (एमयूआर) के उपयोग को बढ़ावा देने हेतु एक ढांचा स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौता ज्ञापन पर श्री संजय मल्होत्रा, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक ​​और डॉ. राम कृष्ण सिथेनन जी.सी.एस.के., गवर्नर, बैंक ऑफ़ मॉरीशस ने हस्ताक्षर किए। भारत के माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के माननीय प्रधान मंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम की उपस्थिति में बुधवार, 12 मार्च 2025 को पोर्ट लुइस, मॉरीशस में समझौता ज्ञापन दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया गया।

2. इस एमओयू का उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार में आईएनआर और एमयूआर के उपयोग को बढ़ावा देना है। एमओयू में दोनों देशों द्वारा सहमत सभी चालू खाता लेनदेन और स्वीकार्य पूंजी खाता लेनदेन शामिल हैं। यह ढांचा निर्यातकों और आयातकों को अपनी-अपनी घरेलू मुद्राओं में बीजक बनाने और भुगतान करने में सक्षम बनाएगा, जिसके परिणामस्वरूप आईएनआर-एमयूआर जोड़ी में एक बाजार का विकास संभव होगा। स्थानीय मुद्राओं के उपयोग से लेनदेन के लिए लागत और निपटान समय का अनुकूलन होगा।

3. यह सहयोग आरबीआई और बीओएम के बीच द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। द्विपक्षीय लेनदेन में स्थानीय मुद्राओं का उपयोग अंततः भारत और मॉरीशस के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के साथ-साथ वित्तीय एकीकरण को गहन करने तथा भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने में योगदान देगा।

(पुनीत पंचोली) 
मुख्य महाप्रबंधक

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